प्रस्तुत पुस्तक में विभिन्न छटाओं के इंद्रधनुषी डाक टिकट एवं उनके संबंध में ज्ञानप्रद जानकारियाँ दी गई हैं। इन डाक टिकटों पर इतिहास, भूगोल, राजनीति, व्यक्ति, संस्कृति-सभ्यता, साहित्य-विज्ञान, जीव-जंतु, खेल-कूद, स्थापत्य-मूर्ति, चित्र-कलाओं आदि के विविध रंग-रूप देखने को मिलते हैं।स्वतंत्र भारत के डाक टिकटों पर शुरू से ही विभिन्न राष्ट्रीय विषय उभारे जाते रहे हैं। विश्व के अनेकानेक देशों ने अपने-अपने डाक टिकटों में सप्तवर्णी रंग भरे हैं। सामयिक विषयों और घटनाओं पर निकले डाक टिकट ऐतिहासिक दस्तावेज बन गए हैं।
प्रस्तुत पुस्तक में विभिन्न छटाओं के इंद्रधनुषी डाक टिकट एवं उनके संबंध में ज्ञानप्रद जानकारियाँ दी गई हैं। इन डाक टिकटों पर इतिहास, भूगोल, राजनीति, व्यक्ति, संस्कृति-सभ्यता, साहित्य-विज्ञान, जीव-जंतु, खेल-कूद, स्थापत्य-मूर्ति, चित्र-कलाओं आदि के विविध रंग-रूप देखने को मिलते हैं।स्वतंत्र भारत के डाक टिकटों पर शुरू से ही विभिन्न राष्ट्रीय विषय उभारे जाते रहे हैं। विश्व के अनेकानेक देशों ने अपने-अपने डाक टिकटों में सप्तवर्णी रंग भरे हैं। सामयिक विषयों और घटनाओं पर निकले डाक टिकट ऐतिहासिक दस्तावेज बन गए हैं।