Author: | Archana Aggarwal | ISBN: | 9788193682586 |
Publisher: | Rajmangal Publishers | Publication: | March 20, 2018 |
Imprint: | Rajmangal Prakashan | Language: | English |
Author: | Archana Aggarwal |
ISBN: | 9788193682586 |
Publisher: | Rajmangal Publishers |
Publication: | March 20, 2018 |
Imprint: | Rajmangal Prakashan |
Language: | English |
Hindi Poetry Collection by Archana Aggarwal, Published by Rajmangal Publishers. https://www.rajmangalpublishers.com/
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आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने कहा है "कविता मनुष्य के हृदय को उन्नत करती है और ऐसे-ऐसे उत्कृष्ट और अलौकिक पदार्थों का परिचय कराती है , जिनके द्वारा यह लोक देवलोक और मनुष्य देवता हो सकता है "
मेरे विचार में मनुष्य सदैव दो स्थितियों में एक साथ रहता है , एक बाझ जगत में दूसरा अंतर्जगत में |
अंतर्मन की अनुभूतियों का चित्रण ही कविता है ।
काव्य आंतरिक प्रस्फुटन को दर्शाता है ।
Hindi Poetry Collection by Archana Aggarwal, Published by Rajmangal Publishers. https://www.rajmangalpublishers.com/
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आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने कहा है "कविता मनुष्य के हृदय को उन्नत करती है और ऐसे-ऐसे उत्कृष्ट और अलौकिक पदार्थों का परिचय कराती है , जिनके द्वारा यह लोक देवलोक और मनुष्य देवता हो सकता है "
मेरे विचार में मनुष्य सदैव दो स्थितियों में एक साथ रहता है , एक बाझ जगत में दूसरा अंतर्जगत में |
अंतर्मन की अनुभूतियों का चित्रण ही कविता है ।
काव्य आंतरिक प्रस्फुटन को दर्शाता है ।