Author: | Parveen Shukla | ISBN: | 9789352960491 |
Publisher: | Diamond Pocket Books Pvt ltd. | Publication: | March 23, 2019 |
Imprint: | Language: | English |
Author: | Parveen Shukla |
ISBN: | 9789352960491 |
Publisher: | Diamond Pocket Books Pvt ltd. |
Publication: | March 23, 2019 |
Imprint: | |
Language: | English |
"गांधी जी ने अपने अध्ययन और अनुभवों के आधार पर 'मैनेजमेंट' के सभी गुणों में दक्षता प्राप्त कर ली थी । उनकी एक-एक चीज और उनके द्वारा स्थापित किया गया एक-एक विचार इस बात का परिचायक है चाहे वह उनका संदेश हो पहनावा हो जीवनशैली हो, बातचीत का तौर-तरीका हो या फिर समाज मैं धधक रहे विभिन्न ज्वलंत प्रश्नों के उत्तर । उनकी हर बात में 'मैनेजमेंट गुरु' दिखाई देता है । गांधीजी ने जिस लक्ष्य को निर्धारित किया उसे प्राप्त भी किया । निर्धारित उद्देश्यों को बिना किसी बाधा के प्राप्त करना ही ' मैनेजमेंट कौशल ' भी है । इस पुस्तक में गांधीजी की नीतियों की वर्तमान संदर्भों में व्याख्या की गई है । यह एक ऐसी अद्भुत पुस्तक है जौ आपके उद्योग सेवा और जीवन के प्रत्येक क्षेत्र को नई ऊँचाई और सफलता प्रदान कर सकती है ।
प्रवीण शुक्ल इस दौर के चर्चित लेखक एवं कवि हैं । उनके द्वारा विभिन्न विषयों पर लिखी गई आठ पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं । उन्हें देश-विदेश में अनेक सम्मानों से सम्मानित किया जा चुका है । उन्होंने बैंकाक, मस्कट, दुबई (संयुक्त अरब अमीरात) भूटान यूनाईटेड किंगडम के विभिन्न शहरों (लंदन बर्मिंघम नाटिंघम बुलवरहैम्पटन, यार्कशायर, मैनचेस्टर) आदि में विभिन्न साहित्यिक समारोहों और सगोष्ठियों में सहभागिता की है ।
उन्हें राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा पाटिल जी और श्री ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के अतिरिक्त अन्य सैकड़ों संस्थाओं और विभिन्न राजनेताओं के द्वारा सम्मानित किया जा चुका है ।
लेखन के क्षेत्र में उनके योगदान को देखते हुए लगभग दो दर्जन संस्थाएँ उन्हें पुरस्कृत कर चुकी हैं। जिनमें एक लाख रुपये का प्रतिष्ठित 'काव्य-गौरव सम्मान' भी शामिल है ।
प्रवीण शुक्ल एक ऐसे लेखक हैं जिनके प्रशंसक, पूरी दुनिया में करोड़ों की संख्या में फैले हुए हैं। उन्हें लंदन में भारतीय राजदूत भी सुनना चाहते हैं और एक आम भारतीय भी ।
प्रस्तुत पुस्तक में उन्होंने अपने अनुभव और अध्ययन के द्वारा गांधी जी और उनके मैनेजमेंट की व्याख्या नवीन संदर्भों में प्रस्तुत की है ।"
"गांधी जी ने अपने अध्ययन और अनुभवों के आधार पर 'मैनेजमेंट' के सभी गुणों में दक्षता प्राप्त कर ली थी । उनकी एक-एक चीज और उनके द्वारा स्थापित किया गया एक-एक विचार इस बात का परिचायक है चाहे वह उनका संदेश हो पहनावा हो जीवनशैली हो, बातचीत का तौर-तरीका हो या फिर समाज मैं धधक रहे विभिन्न ज्वलंत प्रश्नों के उत्तर । उनकी हर बात में 'मैनेजमेंट गुरु' दिखाई देता है । गांधीजी ने जिस लक्ष्य को निर्धारित किया उसे प्राप्त भी किया । निर्धारित उद्देश्यों को बिना किसी बाधा के प्राप्त करना ही ' मैनेजमेंट कौशल ' भी है । इस पुस्तक में गांधीजी की नीतियों की वर्तमान संदर्भों में व्याख्या की गई है । यह एक ऐसी अद्भुत पुस्तक है जौ आपके उद्योग सेवा और जीवन के प्रत्येक क्षेत्र को नई ऊँचाई और सफलता प्रदान कर सकती है ।
प्रवीण शुक्ल इस दौर के चर्चित लेखक एवं कवि हैं । उनके द्वारा विभिन्न विषयों पर लिखी गई आठ पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं । उन्हें देश-विदेश में अनेक सम्मानों से सम्मानित किया जा चुका है । उन्होंने बैंकाक, मस्कट, दुबई (संयुक्त अरब अमीरात) भूटान यूनाईटेड किंगडम के विभिन्न शहरों (लंदन बर्मिंघम नाटिंघम बुलवरहैम्पटन, यार्कशायर, मैनचेस्टर) आदि में विभिन्न साहित्यिक समारोहों और सगोष्ठियों में सहभागिता की है ।
उन्हें राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा पाटिल जी और श्री ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के अतिरिक्त अन्य सैकड़ों संस्थाओं और विभिन्न राजनेताओं के द्वारा सम्मानित किया जा चुका है ।
लेखन के क्षेत्र में उनके योगदान को देखते हुए लगभग दो दर्जन संस्थाएँ उन्हें पुरस्कृत कर चुकी हैं। जिनमें एक लाख रुपये का प्रतिष्ठित 'काव्य-गौरव सम्मान' भी शामिल है ।
प्रवीण शुक्ल एक ऐसे लेखक हैं जिनके प्रशंसक, पूरी दुनिया में करोड़ों की संख्या में फैले हुए हैं। उन्हें लंदन में भारतीय राजदूत भी सुनना चाहते हैं और एक आम भारतीय भी ।
प्रस्तुत पुस्तक में उन्होंने अपने अनुभव और अध्ययन के द्वारा गांधी जी और उनके मैनेजमेंट की व्याख्या नवीन संदर्भों में प्रस्तुत की है ।"