Author: | Dr. Fakhre Alam Khan 'Vidhyasagar' | ISBN: | 9788193448373 |
Publisher: | Prachi Digital Publicaion | Publication: | December 29, 2017 |
Imprint: | Language: | Hindi |
Author: | Dr. Fakhre Alam Khan 'Vidhyasagar' |
ISBN: | 9788193448373 |
Publisher: | Prachi Digital Publicaion |
Publication: | December 29, 2017 |
Imprint: | |
Language: | Hindi |
‘इंतकाम’, एक ऐसी पृष्ठभूमि पर आधारित एकांकी है, जिसमें एक औरत, प्रेमी के प्रेमजाल में फंसकर देह शोषण का शिकार होने के बाद ठुकराई जाती है लेकिन, नारी हारी नहीं। बल्कि और भी मजबूत होकर दोबारा सामने आयी, हुस्न के फरेबी जाल का फंदा तैयार किये हुए और उसने दग़ाबाज प्रेमी को ‘उपहार’ में जो दिया वह किसी किस्म की शिकवा-शिकायत नहीं, बल्कि ‘इंतकाम’ से भरा ऐसा तोहफा था, जिसकी पीड़ा वह आखिरी सांस तक महसूस करते हुए सिसकता रहा। जबरदस्त सस्पेंस के साथ गढे हुए कथानक और नई पृष्ठभूमि पर आधारित एकांकी ‘इंतकाम’ आक्रोश और हमदर्दियों का संगम पाठको को रोमांच की नई दुनिया में ले जायेगा।
‘इंतकाम’, एक ऐसी पृष्ठभूमि पर आधारित एकांकी है, जिसमें एक औरत, प्रेमी के प्रेमजाल में फंसकर देह शोषण का शिकार होने के बाद ठुकराई जाती है लेकिन, नारी हारी नहीं। बल्कि और भी मजबूत होकर दोबारा सामने आयी, हुस्न के फरेबी जाल का फंदा तैयार किये हुए और उसने दग़ाबाज प्रेमी को ‘उपहार’ में जो दिया वह किसी किस्म की शिकवा-शिकायत नहीं, बल्कि ‘इंतकाम’ से भरा ऐसा तोहफा था, जिसकी पीड़ा वह आखिरी सांस तक महसूस करते हुए सिसकता रहा। जबरदस्त सस्पेंस के साथ गढे हुए कथानक और नई पृष्ठभूमि पर आधारित एकांकी ‘इंतकाम’ आक्रोश और हमदर्दियों का संगम पाठको को रोमांच की नई दुनिया में ले जायेगा।