Author: | Asha Gupta | ISBN: | 9789385818929 |
Publisher: | onlinegatha | Publication: | August 10, 2016 |
Imprint: | ebook, paperback | Language: | Hindi |
Author: | Asha Gupta |
ISBN: | 9789385818929 |
Publisher: | onlinegatha |
Publication: | August 10, 2016 |
Imprint: | ebook, paperback |
Language: | Hindi |
आधुनिक युग में शिक्षा के क्षेत्र में, सरकारी कार्यालयों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों आदि सभी क्षेत्रों में व्याप्त अराजकता, लूट-खसोट, भ्रष्टाचार, अनैतिकता आदि की बात सर्वविदित है! आज देश के लोगों में स्वार्थ, लोलुपता की प्रवर्ती घर कर गई है जिसका कारण है जीवन में नैतिक मूल्यों का आभाव!
निसंदेह यह काव्य संग्रह ‘महाभारत अंतस का’ पाठकों के चारित्रिक उत्थान व जीवन में नैतिक मूल्यों का समावेश करने में सहायक होगा! इस काव्य संग्रह ‘महाभारत अंतस का’ में बहुत ही सरलता से लेखिका ने प्रकृति को अपनी कविता में समावेश कर प्रकृति प्रेमी होने का सन्देश दिया है!
यह महज एक कविता संग्रह ही नहीं अपितु भविष्य के नवोदित लेखकों के लिए एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत करेगा! मुझे आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि यह पुस्तक सभी को साहित्यक समृद्धि प्रादान करेगी
आधुनिक युग में शिक्षा के क्षेत्र में, सरकारी कार्यालयों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों आदि सभी क्षेत्रों में व्याप्त अराजकता, लूट-खसोट, भ्रष्टाचार, अनैतिकता आदि की बात सर्वविदित है! आज देश के लोगों में स्वार्थ, लोलुपता की प्रवर्ती घर कर गई है जिसका कारण है जीवन में नैतिक मूल्यों का आभाव!
निसंदेह यह काव्य संग्रह ‘महाभारत अंतस का’ पाठकों के चारित्रिक उत्थान व जीवन में नैतिक मूल्यों का समावेश करने में सहायक होगा! इस काव्य संग्रह ‘महाभारत अंतस का’ में बहुत ही सरलता से लेखिका ने प्रकृति को अपनी कविता में समावेश कर प्रकृति प्रेमी होने का सन्देश दिया है!
यह महज एक कविता संग्रह ही नहीं अपितु भविष्य के नवोदित लेखकों के लिए एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत करेगा! मुझे आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि यह पुस्तक सभी को साहित्यक समृद्धि प्रादान करेगी