Author: | Brahmleen Shri Swaroopanand Ji Maharaj | ISBN: | 9789352782369 |
Publisher: | Diamond Pocket Books Pvt ltd. | Publication: | July 11, 2017 |
Imprint: | DPB | Language: | Hindi |
Author: | Brahmleen Shri Swaroopanand Ji Maharaj |
ISBN: | 9789352782369 |
Publisher: | Diamond Pocket Books Pvt ltd. |
Publication: | July 11, 2017 |
Imprint: | DPB |
Language: | Hindi |
गीता एक अद्भुत, महान, परम रहस्यमय एवं पावन ग्रन्थ है। ज्ञान का अथाह समुद्र है गीता। गीता जैसी ख्याति आज तक विश्व में किसी भी अन्य ग्रन्थ ने हासिल नहीं की। इस ग्रन्थ में विश्व के सभी धर्मों व दर्शन के आधारभूत तत्त्व विद्यमान हैं। गीता में सब तरह के व्यक्तियों के मार्गों की चर्चा की गई है। भगवान् श्रीकृष्ण ने अब तक सत्य तक पहुँचने के जितने द्वार हैं उन सब का ही वर्णन कर दिया है गीता में, इसलिये गीता एक सम्पूर्ण ग्रन्थ है।
गीता एक अद्भुत, महान, परम रहस्यमय एवं पावन ग्रन्थ है। ज्ञान का अथाह समुद्र है गीता। गीता जैसी ख्याति आज तक विश्व में किसी भी अन्य ग्रन्थ ने हासिल नहीं की। इस ग्रन्थ में विश्व के सभी धर्मों व दर्शन के आधारभूत तत्त्व विद्यमान हैं। गीता में सब तरह के व्यक्तियों के मार्गों की चर्चा की गई है। भगवान् श्रीकृष्ण ने अब तक सत्य तक पहुँचने के जितने द्वार हैं उन सब का ही वर्णन कर दिया है गीता में, इसलिये गीता एक सम्पूर्ण ग्रन्थ है।