Author: | Kanak Lata | ISBN: | 1230002304236 |
Publisher: | onlinegatha | Publication: | May 3, 2018 |
Imprint: | Language: | English |
Author: | Kanak Lata |
ISBN: | 1230002304236 |
Publisher: | onlinegatha |
Publication: | May 3, 2018 |
Imprint: | |
Language: | English |
एक ऐसी पुस्तक है जिसमे जीवन के विभिन्न रंग देखने को मिलते
हैं । समाज में होने वाले दुर्वयवहार ,धोख़ा और अन्धविश्ववास से लोगों
का कोमल हृदय किस तरह कठोर हो जाता है । भोले-भाले लोगों
को किस तरह दर्द का एहसास होता है । इस पुस्तक में जो सवेदनायेँ
हैं उसमें हमें अपना दर्द दिखाई देता है । लोगों को किस तरह प्यार
में धोख़ा मिलता है वैसे इसमें प्रेम भी है और ज़िन्दगी के तमाम
उतार-चढ़ाओ भी हैं जो कविता के माध्यम से लोगों के लिए एक
सीख भी है कवियित्र का यह प्रथम प्रयास है लोगों तक अपनी बात
और सवेदनाएँ पहुँचाने का । शायद कोई सवेंदना लोगों के मन को
छू सके और एक अनुभूति हो सके । यह पुस्तक किसी को भेंट करने
के लिए एक उत्कृष्ट उपहार भी है ।
एक ऐसी पुस्तक है जिसमे जीवन के विभिन्न रंग देखने को मिलते
हैं । समाज में होने वाले दुर्वयवहार ,धोख़ा और अन्धविश्ववास से लोगों
का कोमल हृदय किस तरह कठोर हो जाता है । भोले-भाले लोगों
को किस तरह दर्द का एहसास होता है । इस पुस्तक में जो सवेदनायेँ
हैं उसमें हमें अपना दर्द दिखाई देता है । लोगों को किस तरह प्यार
में धोख़ा मिलता है वैसे इसमें प्रेम भी है और ज़िन्दगी के तमाम
उतार-चढ़ाओ भी हैं जो कविता के माध्यम से लोगों के लिए एक
सीख भी है कवियित्र का यह प्रथम प्रयास है लोगों तक अपनी बात
और सवेदनाएँ पहुँचाने का । शायद कोई सवेंदना लोगों के मन को
छू सके और एक अनुभूति हो सके । यह पुस्तक किसी को भेंट करने
के लिए एक उत्कृष्ट उपहार भी है ।