Author: | Rabindranath Tagore | ISBN: | 6610000023530 |
Publisher: | Sai ePublications | Publication: | June 4, 2017 |
Imprint: | Sai ePublications | Language: | Hindi |
Author: | Rabindranath Tagore |
ISBN: | 6610000023530 |
Publisher: | Sai ePublications |
Publication: | June 4, 2017 |
Imprint: | Sai ePublications |
Language: | Hindi |
अपूर्वकुमार बी.ए. पास करके ग्रीष्मावकाश में विश्व की महान नगरी कलकत्ता से अपने गांव को लौट रहा था। मार्ग में छोटी-सी नदी पड़ती है। वह बहुधा बरसात के अन्त में सूख जाया करती है; परन्तु अभी तो सावन मास है। नदी अपने यौवन पर है, गांव की हद और बांस की जड़ों का आलिंगन करती हुई तीव्रता से बहती चली जा रही है।
अपूर्वकुमार बी.ए. पास करके ग्रीष्मावकाश में विश्व की महान नगरी कलकत्ता से अपने गांव को लौट रहा था। मार्ग में छोटी-सी नदी पड़ती है। वह बहुधा बरसात के अन्त में सूख जाया करती है; परन्तु अभी तो सावन मास है। नदी अपने यौवन पर है, गांव की हद और बांस की जड़ों का आलिंगन करती हुई तीव्रता से बहती चली जा रही है।