अंतर्राष्ट्रीय खयाति के जिन चिन्तकों ने हमारे देश में असामान्य लोकप्रियता प्राप्त की है, उसमें खलील जिब्रान का नाम अग्रणी है। उनकी लेखनी अत्यंत शक्तिशाली थी। वह मात्र गद्य लेखक ही नहीं थे, उच्चकोटि के कवि और चित्रकार भी थे। जिब्रान ने काफी लिखा है। उनकी प्रत्येक पुस्तक, चाहे वह कहानियों का संग्रह हो या निबंधों का संकलन पाठकों को एक नये लोक में ले जाती है, जहां मानवीय संवेदनाओं का सागर हिलोरें लेता है। पाठक के विचारों में इतने उतार-चढ़ाव आते हैं कि वह एक विचित्र प्रकार के उन्मेष का अनुभव करता है। जिब्रान क्रांतिकारी लेखक थे। वह धन और सत्ता की महत्ता को स्वीकार नहीं करते थे। उनके लिए मानव सर्वोपरि था। उसी की गरिमा और प्रतिष्ठा के लिए उन्होंने अपने सम्पूर्ण साहित्य की रचना की।
अंतर्राष्ट्रीय खयाति के जिन चिन्तकों ने हमारे देश में असामान्य लोकप्रियता प्राप्त की है, उसमें खलील जिब्रान का नाम अग्रणी है। उनकी लेखनी अत्यंत शक्तिशाली थी। वह मात्र गद्य लेखक ही नहीं थे, उच्चकोटि के कवि और चित्रकार भी थे। जिब्रान ने काफी लिखा है। उनकी प्रत्येक पुस्तक, चाहे वह कहानियों का संग्रह हो या निबंधों का संकलन पाठकों को एक नये लोक में ले जाती है, जहां मानवीय संवेदनाओं का सागर हिलोरें लेता है। पाठक के विचारों में इतने उतार-चढ़ाव आते हैं कि वह एक विचित्र प्रकार के उन्मेष का अनुभव करता है। जिब्रान क्रांतिकारी लेखक थे। वह धन और सत्ता की महत्ता को स्वीकार नहीं करते थे। उनके लिए मानव सर्वोपरि था। उसी की गरिमा और प्रतिष्ठा के लिए उन्होंने अपने सम्पूर्ण साहित्य की रचना की।